शुक्रवार, 2 मार्च 2012

गजलक इस्कूल भाग-16

बिना हुनका देखने मोन ने मानए
· · · 22 February at 23:31 via Mobile
    • Amit Mishra बिन हुनका देखने मोन ने मानए ,
      जँ देख ली त' ककरो होश नै आनाए ,

      सब सँ बड़का नशेरी पकैड़ लाउ .
      उहो हारत ,जँ दारू नैन सँ छानए ,

      पियर सरसो फुलक हँसी लोभाबै ,
      हिनक मुस्की सँ बाधो मस्त भ' फानए ,

      डाँरक लाचकी चाल बुझू अल्हर छै ,
      रूप सँ छिटकल इजोर चान्ना चुनए ,

      जँ खोलि देती माँथ परक उपवन ,
      वर्षो एहिठाँ बसबाक लेल ठानए ,

      सच कही त' उच्च ताप पर तपल
      अनमोल सोना ,जे सब चाहै किनए ,

      जुल्मी जमाना जोर द' जारलक प्रेम ,
      ओ नै बहराइ छथि "अमित" कानए . . . । ।

      अमित मिश्र
    • Gunjan Shree bin hunka dekhnahi mon ne manay,
      aoti kahiya,tahi lel chhi din ganay,
      kalhi dekhal kamla ker kachher me,
      hamre nor sau o apn mati sanay,
      katek mon parait chhaith aai pher o,
      kahabini ki hunka aa o ki janay,
      raiti sapne me solho singar sajaune,
      lagal chalahu ham hunka apna ghar aanay,
      birahak byatha ta tehene hoit chhaik GUNJAN
      chot hriday par aa aankhi kanay,........
    • Amit Mishra gunjan ji varn me kanek her fer bujhna jai yai . . ,jan devnagri me likhab ta besi nik. . . . . . .ona gajal bad nik achhi
    • Gunjan Shree ji devnagrik sofware install bhelak baad devnagriye me likhab,
    • Ashish Anchinhar जुल्मी जमाना जोर द' जारलक प्रेम ,
      ओ नै बहराइ छथि "अमित" कानए . . vahhhhhhhhhhhhhhhh
    • मिहिर झा बिना घंटी के बजेने फ़ोन ने मानए
      बिना हुनका देखने मोन ने मानए
    • Om Prakash Jha Bahut neek. Jay Maithili.
    • मिहिर झा आस के ख़ास कय फेर निराश करै
      ढोंगी के नकली जोग टोन ने मानए
    • मिहिर झा जीवन एक़े रंग कदापि ने संभव
      कोठली गोल रहै से कोन ने मानए


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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों