शुक्रवार, 2 मार्च 2012

गजलक इस्कूल भाग-17

रातिमे हुनकर इयाद अबैए बेसी
· · · 23 February at 23:22 via Mobile
    • Amit Mishra राति मे हुनकर इयादि आबैए बेसी .
      राति मे बाट जोहैत आँखि जागैए बेसी ,

      कतबो प्रकृतिक कोरा मे रहब मुदा ,
      खण्डहर सिनेहक नीक लागैए बेसी ,

      माँ कए चिन्ता जेना संतान लेल होइ छै .
      खून नै रग-रग सँ चिन्ता दौगैए बेसी ,

      गामक टुटल टाट दोग सँ देखैत ओ ,
      पहिलुक मिलनक बात दागैए बेसी ,

      कोना-कोना कोहबर सँ कलकत्ता एलौँ ,
      रूकबो नै करै फिल्म जेकाँ भागैए बेसी ,

      विरहक वेदना झुलसा देलक आत्मा ,
      घुरो सँ "अमित" करेज सुनगैए बेसी . . . । ।

      अमित मिश्र
    • Ashish Anchinhar Bahut neek amit ji
    • Aashiq Raj Bahut neek amit ji
    • Gunjan Shree BAHUT BADHIYA AMIT JI
    • Amit Mishra धन्यवाद भाई सब ।
    • Shefalika Verma ahank panti ahank munh s nik lagl aashish .....rati me hunk yadi...ashesh sineh sb ken....
    • Ashish Anchinhar Shefalika Verma--- हमर पाँति जँ अहाँ दोसरक मूँहसँ सुनबै तँ आरो नीक लागत।..


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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों