मंगलवार, 5 जून 2012

गजलकार परिचय शृखंला भाग-25








योगानंद हीरा



ई १९५०क बाद पहिल गजलकार छथि जे मैथिलीमे पूर्ण रूपेण अरबी बहरक पालन केलथि। मुदा एही कारणे मैथिली संपादक सभ हिनका कात कए देलकन्हि

मूल नाम---योगानंद दास हीरा
जन्म-30-1-1940
गाम--डुमरी, पत्रालय-गणपतगंज, थाना-राघोपुर, जिला सुपौल
शिक्षा-- हिन्दी भाषामे मास्टर डिग्री
लेखन---मैथिली आ हिन्दी दूनूमे
प्रकाशित पोथी--- नीड़ की तलाश, भले आदमी की तलाश ( उपन्यासिका), सिमटती छाया ( कहानी संग्रह), एक अच्छा मैं ( एकांकी संग्रह), आज की कहानी ( नाटक)। सभ प्रकाशित पोथी हिन्दीमे। मैथिलीमे जल्दिये हिनक पोथी आएत।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों