गुरुवार, 23 अगस्त 2012

गजलक इस्कूल भाग-59

एकटा पाँति दए रहल छी एकरा अपन पाँति जोड़ि क' गजल बनेबाक कृपा करू ।

बंद घरमे भोरमे कानै किए छी

2122-2122-2122
वा
वर्ण- 13
· · · 19 July at 23:32 via Mobile
    • Ruby Jha बन्न घर मे भोर मे काने िकये छी
      नैनक नोर सौ सभ सानै िकये छी
      20 July at 00:04 via Mobile · · 2
    • Amit Mishra neek sher
      20 July at 11:37 via Mobile · · 1
    • Ruby Jha गजल

      बन्न घरमें भोरमें कानै किए छी
      आंखिक नोर सँ सभ सानै किए छी

      बुझै छी जनु लगै हमरा सँ भय
      प्रिय आन बुझि मोन आनै किए छी

      प्रथम भेंट क' अछि आजुक भोर
      डॉर होय अहाँ क इ ठानै किए छी

      संगे-संग गमायेब सुख आ दुःख
      तहन गप अहाँ नै मानै किए छी

      लाजे मरै छैक ''रूबी'' यौ प्रियबर
      रहस्य एतबो टा नै जानै किए छी
      सरल वार्णिक बहर वर्ण -१३
      रूबी झा
      20 July at 13:37 · · 2

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों