गुरुवार, 8 नवंबर 2012

विश्वविद्यालय लेल गजल सिलेबसक प्रारूप

प्रस्तुत अछि एकटा सिलेबसक प्रारूप जे की गजल लेल अछि। ऐ सिलेबसक प्रारूपकेँ कोनो विश्वविद्यालय लए सकैत छथि। तँ गजलक ई सिलेबस दू खण्डमे अछि------

खण्ड ---- क
1) गजलक इतिहास---------------- उत्पत्ति, विकास, अरबसँ फारस आ भारतक यात्रा ( भारतमे केवल उर्दू मने अरबीसँ फारसी, फारसीसँ उर्दू आ उर्दूसँ मैथिली)
2) मैथिली आ उर्दूक माँझ समानता एवं असमानता----- भाषिक, स्थानिक, आर्थिक, राजनैतिक आ धार्मिक दृष्टिकोणसँ।
3) 1900 इ.मे मैथिली गजल लेल उत्प्रेरक तत्व ( भारत आ नेपाल दूनू मिला कऽ)
4) मैथिली गजलक इतिहास----- उत्पत्ति, विकास, मैथिली गजलक अवरोधक तत्व ( भारत आ नेपाल दूनू मिला कऽ)
5) गजलक व्याकरण----- गजलक परिभाषा, गजलक प्रकार, गजलक गुण ओ दोष, शेर, शेरक परिभाषा, प्रकार एवं गुण ओ दोष, रदीफ, रदीफक परिभाषा, प्रकार एवं गुण ओ दोष, काफिया, काफियाक परिभाषा, प्रकार एवं गुण ओ दोष, काफिया सम्बन्धी नियम ( मैथिली भाषानुसार), बहर, बहरक परिभाषा, प्रकार एवं गुण ओ दोष,गजलक अलावा शेरो शाइरीक आन विधा इत्यादि-इत्यादि।
6) अनचिन्हार आखर आ मैथिली गजल
7) मैथिली गजलक काल निर्धारण ( जीवन युग एवं अनचिन्हार युग)
8) मैथिलीमे बाल गजल
9) मैथिलीमे भक्ति गजल

खण्ड ---ख

ऐ खण्डमे हिनकर सभहँक बेसीसँ बेसी दू-दूटा गजल पढ़ाओल जाए----
1) पं. जीवन झा, 2) यदुनाथ झा " यदुवर ", 3) कविवर सीताराम झा, 4) काशीकान्त मिश्र ( मधुप), 5) आनंद झा न्यायाचार्य, 6) योगानंद हीरा, 7) विजयनाथ झा, 8) गजेन्द्र ठाकुर, 9) ओमप्रकाश आ 10), जगदीश चंद्र ठाकुर अनिल 11) श्रीमती शांतिलक्ष्मी चौधरी 12) राजीव रंजन मिश्र 13) पंकज चौधरी नवल श्री 14) अमित मिश्र
हमरा हिसाबें जँ कोनो विश्वविद्यालयक पहिल सत्रमे मने पहिल सालमे पहिल खण्ड मने ( क ) रहए आ दोसर सत्र मने दोसर सालमे दोसर खण्ड मने ( ख ) रहए।

ई छल एकटा गजलक उपर सिलेबसक प्रारूप। जिनका कोनो सुझाव देबाक छनि से देथु हुनकर स्वागत छनि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों