बुधवार, 15 नवंबर 2017

गजल

सपनाइत रहलहुँ हम
डेराइत रहलहुँ हम

मँजाइत रहल एड़ी
चिकनाइत रहलहुँ हम

जते सुनेलक से सभ
पतिआइत रहलहुँ हम

अइ हाथसँ ओइ हाथ
बदलाइत रहलहुँ हम

हुनकर मोनक बाकस
सैंताइत रहलहुँ हम

इम्हर उम्हर सभठाँ
उसनाइत रहलहुँ हम

चुप्पे अनचिन्हारसँ
बतिआइत रहलहुँ हम

सभ पाँतिमे 22 22 22 मात्राक्रम अछि
दूटा अलग अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि


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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों