गुरुवार, 19 मार्च 2020

गजल

बहसल सिनेह रभसल सिनेह
सिनेह बुझिते उपजल सिनेह

कहियो रखने छल भीड़ भाड़
आइ असगरे अभरल सिनेह

पसंद छै सभहँक अपन अपन
छै सिनेहपर लुबधल सिनेह

अप्पन लोक बनि बहुत ठकलक
आब आन बनि पहुँचल सिनेह

हेतै किछु ने किछु कारण तँइ
ठेहुन धरि छै निहुरल सिनेह

सभ पाँतिमे  22-22-22-22 मात्राक्रम अछि। दू अलग-अलग लघुकेँ दीर्घ मानबाक छूट लेल गेल अछि। सुझाव सादर आमंत्रित अछि।

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तोहर मतलब प्रेम प्रेमक मतलब जीवन आ जीवनक मतलब तों